अनिद्रा

सर्जरी के बाद

10/25/20221 मिनट पढ़ें

सर्जरी के बाद आईसीयू (ICU) और वार्ड में भर्ती रोगियों की नींद अत्यंत असामान्य हो सकती है। हालांकि रोगी 24 घंटे में 8 घंटे या इससे अधिक समय तक सो सकते हैं, लेकिन यह नींद अक्सर टूटी-फूटी होती है और नींद की संरचना (sleep architecture) असामान्य होती है, जिसमें गहरी और आरामदायक नींद के चरण कम होते हैं।

अस्पताल के वार्ड में अच्छी नींद लेना अक्सर बेहद मुश्किल होता है। सर्जिकल वार्ड अपनी प्रकृति से ही काफी शोरगुल वाले होते हैं, जहाँ रात के समय भी गतिविधियाँ जारी रहती हैं। वार्ड में रोशनी भी तेज़ रहती है, और मरीजों की देखभाल के लिए रात में भी हस्तक्षेप (interventions) होते रहते हैं। ज़रूरी होते हुए भी नर्सिंग हस्तक्षेप भी रोगियों की नींद में बाधा डाल सकते हैं।

सर्जरी के बाद मरीजों में सोने में कठिनाई, बार-बार नींद टूटना, नींद की गुणवत्ता में कमी और बुरे सपने आना आम बात है। ये समस्याएँ अक्सर दर्द, दवाओं के प्रभाव, और अस्पताल के वातावरण जैसी वजहों से होती हैं। सर्जरी के बाद होने वाली नींद की समस्या आमतौर पर कुछ समय के लिए ही होती है। अच्छी नींद की आदतें अपनाने और डॉक्टर की सलाह से नींद में मदद करने वाली दवाएँ लेने से सुधार हो सकता है।

सर्जरी के बाद नींद की समस्याओं से जुड़े कारक
  • उम्र: बढ़ती उम्र के साथ नींद की संरचना में परिवर्तन होते हैं, जिससे बुजुर्गों को अपने वातावरण के अनुसार नींद में तालमेल बिठाना मुश्किल होता है। इसलिए बुजुर्ग मरीजों को सर्जरी के बाद नींद की समस्याएं ज्यादा हो सकती हैं।

  • सर्जरी से पहले की स्वास्थ्य समस्याएं: जिन मरीजों को सर्जरी से पहले ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (OSA) होता है, उनमें सर्जरी के बाद नींद की समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है। गंभीर कोरोनरी धमनी रोग वाले मरीजों को भी सर्जरी के बाद खराब नींद की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, सर्जरी से पहले हार्ट अटैक (myocardial infarction) होने वाले मरीजों को भी नींद की गंभीर समस्या हो सकती है। साथ ही एंजाइना का उच्च स्कोर भी खराब नींद का संकेत हो सकता है।

  • सर्जरी के बाद दर्द: सर्जरी के बाद होने वाला दर्द नींद की समस्याओं का एक प्रमुख कारण है। हालांकि मरीज को दर्द के लिए दर्दनिवारक दवाएं दी जाती हैं, पर अगर दर्द में राहत नहीं मिल रही हो तो मरीज अस्पताल की टीम से दवा की खुराक बढ़ाने पर चर्चा कर सकता है।

  • वातावरण संबंधी कारक: वार्ड में शोर, तेज रोशनी, स्वास्थ्यकर्मियों का हस्तक्षेप और अन्य मरीजों से होने वाले व्यवधान भी नींद को प्रभावित कर सकते हैं।

  • अन्य परेशानियां: शौचालय जाने की आवश्यकता, मतली, चिंता, बुखार आदि समस्याएं भी नींद में बाधा डाल सकती हैं।

सर्जरी के बाद अनिद्रा (Insomnia) के प्रबंधन के सुझाव:

बेहतर नींद पाने के लिए निम्न सुझावों पर अमल करें:

  • आँखों पर मास्क (eye mask) और कानों में इयरप्लग का उपयोग करें।

  • सोने से पहले भारी भोजन न करें।

  • इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करते समय ब्लू लाइट ब्लॉकिंग ग्लास का प्रयोग करें।

  • सोने और जागने का समय नियमित रखें।

  • अस्पताल में बताए गए फ़िज़ियोथेरेपी और सामान्य व्यायाम नियमित करें।

  • दिनभर तनाव प्रबंधन के उपाय अपनाएं।

  • यदि घर पर हैं, तो अपने कमरे को ठंडा, अंधेरा और शांत रखें।

चिकित्सकीय सहायता कब लें?

सर्जरी के बाद अनिद्रा सामान्यतः कुछ समय बाद ठीक हो जाती है। लेकिन निम्नलिखित लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क करें:

  • एक सप्ताह बाद भी नींद की समस्या जारी रहना।

  • दिन के समय अत्यधिक थकान महसूस होना जिससे रोज़मर्रा के काम प्रभावित हों।

  • ध्यान केंद्रित करने या याददाश्त में परेशानी होना।

  • अवसाद या चिंता के लक्षण महसूस करना।

  • रक्तचाप (high blood pressure) जैसी नई शारीरिक समस्याएं महसूस होना।

यदि आपको अच्छी नींद नहीं आ रही है, तो डॉक्टर से चर्चा करने से अन्य संभावित कारणों को समझने में मदद मिल सकती है। इससे नींद में समस्या पैदा करने वाली दवाओं, दर्द या अन्य कारणों का पता लगाया जा सकता है।

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